इसके अलावा आप खुद भी कुछ आसान तरीकों और थोड़ी-सी सतर्कता से ऐसे मैसेज की वास्तविकता का पता लगा सकते हैं।

फेक मैसेज को ज्यादा फरोसेमंद बनाने के लिए उसके फोटो या वीडियो का प्रयोग किया जाता है, जैसा कि आजकल पाकिस्तान कश्मीर में नरसंहार की झूठी खबरें प्रसारित करने के लिए कर रहा है। इन पर बिना सोचे-समझे भरोसा न करें। ये जरूर चेक करें कि क्या वही फोटो या वीडियो किसी भरोसेमंद समाचार पत्र और चैनल पर दिखाई जा रही है या नहीं।

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